IMD अलर्ट – भारत में मौसम चेतावनी का मुख्य स्रोत

जब बात IMD अलर्ट, इंडिया मीटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट द्वारा जारी विषम मौसम की चेतावनी प्रणाली. इसे अक्सर मौसम अलर्ट कहा जाता है, यह लोगों को तेज़ बारिश, बाढ़ और अन्य आपदाओं से बचाने में मदद करता है। IMD अलर्ट के बिना‑बिना की खबरों पर भरोसा करना अब जोखिम भरा है।

इस चेतावनी को समझने के लिए सबसे पहले रेड अलर्ट, सबसे गंभीर स्तर की चेतावनी, जिसमें भारी वर्षा, बाढ़ और मिट्टी के ढोने की संभावना शामिल है को जानना जरूरी है। ओरेंज अलर्ट, तीव्र लेकिन रेड से थोड़ा कम गंभीर मौसम संकेत, आमतौर पर तेज हवा और जलस्तर वृद्धि के साथ भी अक्सर जारी किया जाता है। दोनों अलर्ट मिलकर जनता को तैयारी करने, निकासी योजना बनाने और कृषि‑कर्मियों को फसल संरक्षण के उपाय अपनाने की दिशा में निर्देशित करते हैं।

इन्हीं अलर्टों के भीतर साइक्लोन शाक्ति, अरब सागर में विकसित तेज़ी से घूमने वाला तूफ़ान, जिसमें प्रचंड हवा और अत्यधिक वर्षा शामिल है और साइक्लोन नाजी, बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न तेज़ आँधि, जो तटीय क्षेत्रों में ध्वस्त करने वाली बाढ़ लाती है जैसे विशिष्ट घटनाएँ भी IMD अलर्ट के तहत आती हैं। जब ये दो साइक्लोन एक साथ चेतावनी में दिखते हैं, तो राज्य सरकारें आपातकालीन उपायों को तेज़ी से लागू करती हैं, जैसे समुद्र तट बंद, पुलों की जांच और बाढ़‑रोधक दीवारें बनाना।

IMD अलर्ट के मुख्य घटक और उपयोगकर्ता

IMD अलर्ट का ढांचा तीन स्तरों में बँटा है – रेड, ओरेंज और यलो। प्रत्येक स्तर में अलग‑अलग मानक मापदंड, वर्षा माप, वायुमंडलीय दबाव और हवा की गति पर आधारित होते हैं। किसान इन मानकों को देख कर बोई‑कटाई के समय को समायोजित करते हैं, जबकि यात्रियों को यात्रा योजना बदलने की सुविधा मिलती है। शहरी क्षेत्रों में जल निकासी योजना, अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएँ और स्कूलों में छुट्टी की घोषणा भी इन अलर्ट पर निर्भर करती है।

नीचे दी गई पोस्ट सूची में आप देखेंगे कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों – जैसे शेयर बाजार, खेल, राजनीति और व्यावसायिक समाचार – IMD अलर्ट से जुड़े असर को प्रतिबिंबित करते हैं। राजस्थान में जल स्तर बढ़ने से कृषि फसल की कीमतों में उतार‑चढ़ाव, क्रिकेट मैचों की समय‑निर्धारण में बदलाव, या वित्तीय संस्थानों के स्टॉक मूल्य पर असर, इन सभी उदाहरणों से पता चलता है कि IMD अलर्ट सिर्फ मौसम विज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि दैनिक जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। इस संग्रह में आप विभिन्न दृष्टिकोणों से IMD अलर्ट के वास्तविक प्रभाव और उपयोगिता को समझ पाएँगे।

दिल्ली में तेज गर्मी के बाद जल्द बदलेगा मौसम, 15 जून से बारिश की संभावना बढ़ी
दिल्ली में तेज गर्मी के बाद जल्द बदलेगा मौसम, 15 जून से बारिश की संभावना बढ़ी
Aswin Yoga जून 15, 2025

दिल्ली में भीषण गर्मी के बाद मौसम में बदलाव की उम्मीद है। 15 जून को तापमान 46.5°C तक जा सकता है, साथ ही बारिश के आसार भी बढ़े हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, धूप से बचने और ताजगी बनाए रखने की सलाह दी है। अगले कुछ दिनों में बिखरी बारिश और तापमान में हल्की राहत मिलने की संभावना है।