यूएई क्रिकेट: एशिया के नए खिलाड़ियों के सामने अपनी जगह बनाने की लड़ाई
यूएई क्रिकेट, संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम है, जो अपने विकास के दौर में है। यह टीम अभी भी एशिया के पारंपरिक शक्तियों के सामने अपनी पहचान बना रही है। इसे अरब क्रिकेट भी कहा जाता है, और यह एक ऐसी टीम है जिसने अपने खिलाड़ियों को घरेलू लीग से निकालकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाया है।
यूएई क्रिकेट की सबसे बड़ी चुनौती आज नेपाल जैसी टीमों के सामने है। 12 अक्टूबर 2025 को हुए T20 विश्व कप क्वालीफायर में नेपाल ने यूएई को बस 1 रन से हरा दिया—एक ऐसी हार जिसने यूएई की टीम को आगे बढ़ने से रोक दिया। यह मैच सिर्फ एक जीत-हार का सवाल नहीं था, बल्कि एशिया में क्रिकेट के नए नियमों का भी संकेत था। अब यूएई को अपने खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से तैयार करना होगा, न कि बस अपने खिलाड़ियों को दूसरे देशों से आकर्षित करना।
T20 विश्व कप क्वालीफायर, एक ऐसी प्रतियोगिता है जहाँ छोटी टीमें अपनी जगह बनाने के लिए लड़ती हैं। यूएई के लिए यह टूर्नामेंट सिर्फ एक अवसर नहीं, बल्कि एक जांच है—क्या वे अपने खिलाड़ियों को बढ़ावा दे पा रहे हैं? क्या उनके बल्लेबाज अभी भी अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों के सामने टिक पा रहे हैं? यही सवाल नेपाल के खिलाफ हार के बाद सबके मन में उठे।
ICC, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, जो यूएई को अपने राष्ट्रीय टीम का दर्जा देती है। यह निकाय अब छोटी टीमों को भी बराबरी के अवसर दे रहा है। इसीलिए यूएई की टीम के लिए अब आगे की राह आसान नहीं है। जब नेपाल, ओमान, हांगकांग जैसी टीमें बेहतर खेलने लगती हैं, तो यूएई को अपने खिलाड़ियों को अपने देश के भीतर ही बनाना होगा।
यूएई क्रिकेट के बारे में आपको जो भी खबरें मिलती हैं, वो सिर्फ एक टीम की हार या जीत की नहीं होतीं। वो एशिया के क्रिकेट के भविष्य की नींव हैं। यहाँ कोई भी टीम अपने नाम के लिए खेल रही है—न कि बस अपने देश के लिए। अगले कुछ महीनों में आप देखेंगे कि यूएई कैसे अपने खिलाड़ियों को नई रणनीति और तैयारी के साथ लौटाता है। इस लिस्ट में आपको उन्हीं घटनाओं की खबरें मिलेंगी—जिन्होंने यूएई क्रिकेट को बदल दिया।
यूएई में आयोजित Asia Cup 2025 के सुपर फ़ोर चरण के बाद भारत और पाकिस्तान फाइनल में पहुंचे हैं। भारत ने तालिका की शीर पर कब्ज़ा किया, जबकि पाकिस्तान ने मुश्किलों के बाद दूसरी पोजीशन पक्की की। बांग्लादेश और श्रीलंका क्रमशः तृतीय और चतुर्थ स्थान पर रहे, जिससे दोनों टीमों का सफ़र समाप्त हुआ। फाइनल 28 सितंबर को होने वाला है, जो इतिहास के सबसे बड़े क्रिकेट प्रतिद्वंद्वियों को फिर से एक-दूसरे के सामने लाएगा।