अरुण जेटली स्टेडियम – दिल्ली का प्रमुख क्रिकेट स्थल
जब अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली में स्थित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट एरेना, जिसकी कुल क्षमता लगभग २८,००० दर्शक है. इसे पहले फरोशाह कोटला के नाम से जाना जाता था। इस स्टेडियम में टेस्ट, वनडे और टी20 दोनों फ़ॉर्मेट के मैच लगातार आयोजित होते हैं, और यह भारत के मुख्य क्रिकेट मैदानों में से एक माना जाता है। यहाँ के मैदान की मिली-जुली सतह और मनोहारी माहौल खिलाड़ियों को अक्सर बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
भारत क्रिकेट टीम, देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय टीम, अक्सर इस ग्राउंड पर अपनी होम सीरीज़ खेलती है. स्टेडियम ने कई ऐतिहासिक जीतें देखी हैं, जैसे २०२३ में भारत‑ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ का निर्णायक मैच और २०२४ में भारत‑इंग्लैंड वनडे श्रृंखला की रोमांचक टाउन्स। साथ ही, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL), भारत की सबसे बड़ी टी20 लीग, की दिल्ली कैपिटल्स टीम इस मैदान को अपने गृहस्थल के रूप में इस्तेमाल करती है. IPL के मैचों में स्टेडियम की रौनक और भी बढ़ जाती है, जहाँ दर्शक नयी तकनीक और एंटरटेनमेंट के साथ खेल का आनंद लेते हैं। इन घटनाओं का प्रबंधन BCCI, भारतीय क्रिकेट का मुख्य शासी निकाय, इस स्टेडियम के बुनियादी ढाँचे, सॉलर्टी और सुरक्षा को संभालता है. BCCI के निर्देशों के तहत मैदान की रख‑रखाव, लाइटिंग और सीसीटीवी सिस्टम लगातार अपडेट होते रहते हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा किया जा सके।
स्टेडियम की प्रमुख विशेषताएँ और भविष्य की योजनाएँ
अरुण जेटली स्टेडियम की एक और खास बात इसका आधुनिक पिच बनावट है, जो तेज़ बॉलर्स और स्पिनर्स दोनों को समान अवसर देती है। इस कारण कई बार मापी गई बॉलिंग जूस को देखते हुए खिलाड़ियों को रणनीति बदलनी पड़ती है, जिससे प्रत्येक मैच में नई कहानी जन्म लेती है। साथ ही, स्टेडियम के अंदर नई हाइड्रोजन‑इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम और रेनवॉटर रीसाइक्लिंग प्लांट को स्थापित किया गया है, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा रहा है। भविष्य में, BCCI ने इस स्थल में ५,००० अतिरिक्त सीटों का विस्तार और विंड-टर्मिनल्स में एआर/वीआर अनुभव जोड़ने का प्रस्ताव दिया है, जिससे दर्शकों को और अधिक इंटरेक्टिव माहौल मिलेगा। इस तरह के सुधार न सिर्फ संचालन को सुगम बनाते हैं, बल्कि युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेलने की प्रेरणा भी देते हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखकर आप नीचे सूचीबद्ध लेखों में पढ़ेंगे कि कैसे अरुण जेटली स्टेडियम ने पिछले कुछ सालों में क्रिकेट की ध्वनि को बदल दिया, कौन‑से बड़े मैच इसने मेज़बान किया, और आने वाले समय में क्या नई पहलें देख सकते हैं।
साई सुदर्शन ने 10 अक्टूबर को नई दिल्ली में 87 रन बनाकर शतक से 13 रन दूर रह गए, टीम में जगह सुरक्षित करने का दबाव बढ़ा।