e-KYC का संपूर्ण परिचय

जब हम e-KYC, इलेक्ट्रॉनिक Know Your Customer प्रक्रिया, जो ऑनलाइन दस्तावेज़ और डेटा के माध्यम से ग्राहक की पहचान सत्यापित करती है. भी कहा जाता है डिजिटल केवाईसी, यह वित्तीय संस्थाओं के लिए तेज़ और सुरक्षित ऑनबोर्डिंग का जरिया बन गया है, तो आप सोच रहे होंगे कि यह किससे जुड़ा है? सबसे पहले Aadhaar, भारत की अद्वितीय 12‑अंकीय पहचान संख्या, जो बायोमैट्रिक डेटा पर आधारित है प्रमुख आधार है। दूसरा, डिजिटल सिग्नेचर, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर जो दस्तावेज़ की वैधता सिद्ध करता है e‑KYC में भरोसा बढ़ाता है। अंत में, फ़िनटेक, वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियाँ जो e‑KYC को अपने ऐप और प्लेटफ़ॉर्म में इंटीग्रेट करती हैं के बिना यह इकोसिस्टम पूरी तरह काम नहीं कर पाता।

e‑KYC तीन मुख्य कार्य करता है: पहचान की पुष्टि, पता लगाना और जोखिम मूल्यांकन। पहला कार्य पहचान की पुष्टि सुनिश्चित करती है कि ग्राहक वही है जो वह दावा करता है, यह Aadhaar और डिजिटल सिग्नेचर द्वारा संभव होता है। दूसरा, पता लगाना बैंकों को ग्राहक के लेन‑देनों का ट्रैक रखने में मदद करता है; यहाँ RBI के KYC नियम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तीसरा, जोखिम मूल्यांकन फ़िनटेक कंपनियों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए रीयल‑टाइम स्कोरिंग प्रदान करता है।

इन तीनों चरणों की परस्पर निर्भरता एक स्पष्ट semantic triple बनाती है: "e‑KYC पहचान की पुष्टि के लिए Aadhaar आवश्यक है", "e‑KYC जोखिम मूल्यांकन के लिए फ़िनटेक प्लेटफ़ॉर्म की आवश्यकता रखता है", और "डिजिटल सिग्नेचर e‑KYC प्रक्रिया को वैध बनाता है"। इन संबंधों को समझना थोड़ा तकनीकी लगता है, लेकिन असल में यह वही है जो आपका मोबाइल बैंकिंग ऐप तुरंत खुला दिखाता है।

आज के भारत में, e‑KYC का उपयोग सिर्फ बैंकिंग तक सीमित नहीं रहा। मोबाइल रिचार्ज, म्यूजिक स्ट्रीमिंग, बीमा पॉलिसी खरीदना, और यहां तक कि किराना डिलीवरी भी ग्राहक की पहचान को डिजिटल रूप से सत्यापित करती हैं। इन सभी क्षेत्रों में बैंकिंग KYC, परम्परागत दस्तावेज़ी प्रक्रिया पर डिजिटल विकल्प ने कागज़ी काम घटाया है और लेन‑देनों की गति बढ़ाई है।

आपको आगे क्या मिलेगा? इस पेज के नीचे हम कई ताज़ा खबरों और विश्लेषणों की लिस्ट लेकर आए हैं—जैसे IPO अपडेट, खेल की जीत, और उद्योग की नई पहल—जो सभी में e‑KYC का कोई न कोई असर दिखता है। चाहे आप स्टार्ट‑अप संस्थापक हों, बैंकिंग पेशेवर या बस सामान्य उपयोगकर्ता, यहाँ आपको उन चुनौतियों और अवसरों की झलक मिलेगी जहाँ e‑KYC आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी को बदल रहा है। अब नीचे स्क्रॉल करें और देखें कि आज का अपडेट क्या कहता है।

लाडकी बहीण योजना: e-KYC अनिवार्य, 26 लाख फर्जी लाभार्थियों के खुलासे के बाद भुगतान पर संकट
लाडकी बहीण योजना: e-KYC अनिवार्य, 26 लाख फर्जी लाभार्थियों के खुलासे के बाद भुगतान पर संकट
Aswin Yoga सितंबर 20, 2025

महाराष्ट्र की ‘लाडकी बहीण योजना’ में 26 लाख फर्जी लाभार्थी मिलने के बाद सरकार ने e-KYC अनिवार्य कर दिया है। 18 सितंबर 2025 के जीआर के मुताबिक दो महीने में आधार-आधारित सत्यापन नहीं हुआ तो भुगतान रुक सकता है। ग्रामीण और गरीब महिलाओं को पोर्टल गड़बड़ियों और डिजिटल प्रक्रिया से दिक्कतें आ रही हैं। सरकार पारदर्शिता का दावा कर रही है, जमीन पर बाधाएं बढ़ी हैं।