SEBI प्रमुख – भारतीय प्रतिभूति बाजार के प्रमुख नियामक

जब हम SEBI प्रमुख, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के शीर्ष अधिकारी, जो बाजार नियमन, निरीक्षण और निवेशक संरक्षण की देखरेख करता है. Also known as सीबि प्रधान की जिम्मेदारी बहुत व्यापक है। वह भारतीय प्रतिभूति बाजार, भारत में शेयर, डिपॉज़िटरी, डेरिवेटिव्स और म्यूचुअल फंड जैसे वित्तीय साधनों का समग्र माहौल को स्थिर रखने के लिये नियम बनाता है, उनका पालन करवाता है और उल्लंघन पर कार्रवाई करता है। इस भूमिका में वित्तीय नियमन, कानून, दिशा-निर्देश और फ्रेमवर्क जो बाजार को पारदर्शी, सुरक्षित और निष्पक्ष बनाते हैं का प्रयोग प्रमुख होता है, क्योंकि बिना नियमों के बाजार में अस्थिरता और धोखाधड़ी का जोखिम बढ़ जाता है।

SEBI प्रमुख से जुड़े प्रमुख पहलू

पहला महत्वपूर्ण पहलू बाजार निरीक्षण है। SEBI प्रमुख ने कई बार रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किए हैं, जिससे हाई‑फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग, असामान्य वॉल्यूम या insider trading जैसी गतिविधियों को तुरंत पकड़ना संभव हुआ। दूसरे, वह निवेशक सुरक्षा, रिटेल और संस्थागत निवेशकों के अधिकारों और हितों की रक्षा को प्राथमिकता देते हैं। उदाहरण के लिये, नवीनतम डीलिस्टिंग नीति का परिचय, जिससे कमजोर कंपनी के शेयर को स्वैच्छिक या अनिवार्य रूप से हटाया जा सके, निवेशकों के नुकसानों को कम करता है। तीसरा, SEBI प्रमुख डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर नियमन लाते हैं—जैसे दो‑स्तरीय ऑटो‑डिस्क्लोजर फॉर्मेट, जो इक्विटी, डेरिवेटिव्स और क्रिप्टो‑एसेट्स के बीच स्पष्ट अंतर बनाता है। यह कदम विशेष रूप से नई पीढ़ी के निवेशकों को आसान और सुरक्षित विकल्प प्रदान करता है। इन सभी कार्यों का एक ही लक्ष्य है: बाजार की पारदर्शिता, सभी प्रतिभागियों को समान सूचना और अवसर उपलब्ध करवाना. जब सूचनात्मक असमानता घटती है, तो निवेशकों का भरोसा बढ़ता है, और बाजार की स्मूद कार्यशीलता सुनिश्चित होती है। यही कारण है कि SEBI प्रमुख को अक्सर आर्थिक नीति, अंतरराष्ट्रीय निवेश प्रवाह और घरेलू आर्थिक विकास के मध्य में पुल का कार्य करते देखा जाता है। उनके निर्णय न केवल स्टॉक एक्सचेंजों को प्रभावित करते हैं, बल्कि म्यूचुअल फंड मैनेजर्स, ब्रोकर फर्म और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के बिजनेस मॉडल को भी पुनर्गठित कर सकते हैं। आपने अब तक SEBI प्रमुख के कार्यक्षेत्र, उनके द्वारा लागू किए गए प्रमुख नियम और बाजार में उनके प्रभाव को समझ लिया होगा। नीचे की सूची में हम उन लेखों का चयन कर रहे हैं जो SEBI प्रमुख की विभिन्न पहलुओं—जैसे आयुक्त के बयान, नवीनतम नियम, बाजार में हुए बदलाव और केस स्टडी—पर गहराई से चर्चा करते हैं। इन लेखों को पढ़कर आप न केवल वर्तमान नियामक परिदृश्य को बेहतर समझ पाएँगे, बल्कि भविष्य में निवेश निर्णय लेते समय किन बातों पर ध्यान देना चाहिए, यह भी जान पाएँगे।

बीजेपी ने SEBI प्रमुख के विदेशी निवेश पर हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर जमकर की आलोचना
बीजेपी ने SEBI प्रमुख के विदेशी निवेश पर हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर जमकर की आलोचना
Aswin Yoga अगस्त 13, 2024

बीजेपी ने अमेरिकी आधारित हिन्डनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की कड़ी निंदा की है, जिसमें कहा गया है कि SEBI प्रमुख ने विदेश में निवेश किए हैं जो अदाणी समूह द्वारा उपयोग किए जाते हैं। बीजेपी ने हंगेरियन-अमेरिकन परोपकारी जॉर्ज सोरोस पर आरोप लगाया कि वे हिन्डनबर्ग के मुख्य निवेशक हैं और भारत के खिलाफ प्रचार चलाते हैं।