बीजेपी ने SEBI प्रमुख के विदेशी निवेश पर हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर जमकर की आलोचना

बीजेपी ने SEBI प्रमुख के विदेशी निवेश पर हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर जमकर की आलोचना

Aswin Yoga
Aswin Yoga
अगस्त 13, 2024

बीजेपी ने हिन्डनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की जमकर आलोचना की

बीजेपी ने अमेरिकी आधारित शॉर्ट सेलर हिन्डनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के खिलाफ जमकर हमला बोला है, जिसमें भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन मधाबी पुरी बुच के विदेशी निवेश का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि SEBI प्रमुख ने ऐसे निवेश किए हैं जो अदाणी समूह द्वारा भी उपयोग किए जाते हैं। इस मामले पर बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने हंगेरियन-अमेरिकन परोपकारी जॉर्ज सोरोस को हिन्डनबर्ग का मुख्य निवेशक बताते हुए उन पर भारत के खिलाफ नियमित प्रचार चलाने का आरोप लगाया।

सोरोस पर बीजेपी के गंभीर आरोप

रवि शंकर प्रसाद ने सोरोस पर आरोप लगाया कि वे हिन्डनबर्ग के माध्यम से भारत के बाजारों को अस्थिर करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि हिन्डनबर्ग के पीछे कौन है और उनका असली उद्देश्य क्या है। उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं है जब सोरोस का नाम विवाद में आया है। पिछले साल भी सोरोस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी के भविष्य को जोड़कर बयान दिया था, जिससे बीजेपी भड़क उठी थी। बीजेपी ने तब कहा था कि सोरोस भारत के लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं।

हिन्डनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस और सीपीआई(M) की प्रतिक्रिया

हिन्डनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस और सीपीआई(M) की प्रतिक्रिया

हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने भी बीजेपी और मोदी के खिलाफ अपना आग बबूला किया है। कांग्रेस ने मांग की है कि SEBI की चेयरपर्सन को अपने विदेशी निवेशों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए और किसी भी तरह की हितों के टकराव से बचने का उपाय करना चाहिए। इसके साथ ही कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग की है जिससे इन आरोपों की जांच हो सके। वहीं, सीपीआई(M) ने SEBI की चेयरपर्सन के इस्तीफे की मांग की है।

अदाणी समूह और निवेशकों पर असर

हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट के चलते अदाणी समूह के निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों का बाजार पूंजीकरण ₹53,000 करोड़ कम हो गया है। इसके बावजूद, भारतीय स्टॉक मार्केट ने मजबूत रुख दिखाया है और सेंसेक्स और निफ्टी ने पॉइंट्स में बढ़त दर्ज की है।

सरकार की कड़ी चेतावनी

सरकार की कड़ी चेतावनी

हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट और इसके पीछे का संभावित राजनीतिक हस्तक्षेप सरकार के लिए बड़ी चिंता का कारण बन गया है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भारत के खिलाफ इस तरह की बदनामी सहन नहीं करेगी और हिन्डनबर्ग के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी।

राजनीतिक घमासान

इस मुद्दे पर भारतीय राजनीति में भी बड़ा घमासान छिड़ गया है। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह हिन्डनबर्ग के साथ मिलकर भारतीय बाजारों को अस्थिर करने की साजिश रच रही है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस और उनके सहयोगी दल प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार से अपनी नफरत के चलते इस तरह की गतिविधियों को प्रोत्साहन दे रहे हैं।

इस तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में क्या नया मोड़ आता है और इसका भारतीय बाजार और राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।

एक टिप्पणी लिखें