यौन शोषण – समाचार, जागरूकता और रोकथाम

जब हम यौन शोषण, व्यक्ति या समूह द्वारा बल, धोखा या शक्ति का प्रयोग करके किसी को लैंगिक दुरुपयोग करना. Also known as सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन की बात करते हैं, तो अक्सर दो बड़े मुद्दे साथ साथ सामने आते हैं। पहला है मानव तस्करी, लोगों को जबरन या धोखे से काम, यौन उद्देश्यों या अन्य नुकसानदेह कामों के लिए ले जाना. इसका एक आम रूप बाल शोषण, बच्चों को यौन प्रताड़ना या शोषण के लिए लक्ष्य बनाना है। ये तीनों अवधारणाएँ एक ही नेटवर्क में काम करती हैं: यौन शोषण सार्वजनिक जागरूकता की मांग करता है, बाल शोषण इसका प्रमुख रूप है, और कानूनी कार्रवाई इसके रोकथाम में अहम भूमिका निभाती है।

कानूनी कार्रवाई और न्यायिक प्रक्रिया

भारत में यौन शोषण के खिलाफ कई कड़े कानून मौजूद हैं। पीड़ित के अधिकारों को संरक्षित करने के लिए आपराधिक न्याय प्रक्रिया तेज़ की गई है, और विशेष न्यायालयों ने सजाओं को कड़ाई से लागू किया है। जब कोई मामला अदालत तक पहुँचता है, तो साक्ष्य संग्रह, गवाह सुरक्षा और पीड़ित की मानसीक मदद को प्राथमिकता दी जाती है। यह प्रणाली इसलिए बनाई गई है ताकि शोषकों को आसानी से पकड़ कर सजा दिलाई जा सके, और पीड़ित को न्याय का भरोसा मिल सके।

परन्तु कानून अकेले पर्याप्त नहीं है। अक्सर शोषण के मामले छिपे रहते हैं क्योंकि पीड़ित डर या शरम के कारण रिपोर्ट नहीं कर पाते। इस कारण रिपोर्टिंग मैकेनिज़्म मजबूत होना चाहिए। भारत में 24‑घंटे हेल्पलाइन, ऑनलाइन पोर्टल और स्थानीय NGOs मिलकर तुरंत मदद पहुंचाते हैं। एक रिपोर्ट दर्ज होने के बाद, पुलिस को समय पर कार्रवाई करनी होती है, और सामाजिक कार्यकर्ता पीड़ित को काउंसलिंग और पुनर्वास के लिए सुविधा देते हैं।

पीड़ित सहायता का एक महत्वपूर्ण पहलू है मनोवैज्ञानिक समर्थन। कई NGOs ने सुरक्षित शरणस्थलों और थेरपी सत्रों की व्यवस्था की है, जहाँ शिकार बिना किसी डर के अपनी बात कह सकते हैं। साथ ही, आर्थिक सहायता के लिए स्कॉलरशिप या रोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं, जिससे पीड़ित अपना भविष्य फिर से बना सके।

शिक्षा और जागरूकता भी इस लड़ाई में अहम हथियार हैं। स्कूलों में यौन शोषण के संकेत कैसे पहचानें, खुद की सुरक्षा कैसे करें, इस बारे में सत्र आयोजित किए जाते हैं। माता‑पिता भी बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटी की निगरानी करके संभावित खतरे को रोका जा सकता है। मीडिया और सोशल प्लेटफ़ॉर्म ने भी इस विषय पर अधिक रिपोर्टिंग शुरू की है, जिससे सार्वजनिक समझ बढ़ी है।

यदि आप या आपका कोई जानकार शोषण का शिकार हो, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या राष्ट्रीय हेल्पलाइन के माध्यम से मदद मांगें। भरोसा रखें, आप अकेले नहीं हैं – कई संगठन और सरकारी एजेंसियाँ मदद के लिए तैयार हैं। शुरुआती रिपोर्टिंग अक्सर मामलों को जल्दी सुलझाने में मदद करती है और दूसरे पीड़ितों को बचा सकती है।

नीचे आप विभिन्न समाचार, रिपोर्ट और गाइड के संग्रह पाएँगे, जो यौन शोषण के विभिन्न आयामों को कवर करते हैं – कानूनी अपडेट, बचाव उपाय, पीड़ित सहायता कार्यक्रम और जागरूकता अभियानों की ताज़ा खबरें। इन लेखों को पढ़कर आप न केवल खुद को सूचित करेंगे, बल्कि दूसरों को भी मदद करने की दिशा में कदम बढ़ा सकेंगे।

Dharma Productions ने Homebound के सिनेमैटोग्राफर से बनाई दूरी : यौन शोषण के आरोपों के बाद उठाया बड़ा कदम
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Aswin Yoga जून 1, 2025

Dharma Productions ने सिनेमैटोग्राफर प्रतीक शाह से खुद को अलग कर लिया है। उन पर कई महिलाओं ने यौन शोषण और इमोशनल अब्यूज़ के आरोप लगाए हैं। कंपनी ने साफ किया कि वो जीरो टॉलरेंस नीति पर कायम है और शाह अब उनके किसी प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं हैं। बॉलीवुड में इस तरह के मामलों पर कैसे रिएक्शन आता है, ये चर्चा में है।