भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट: पहले दिन के रोमांचक क्षणों पर नजर
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का रोमांचक दूसरा टेस्ट
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट एडिलेड ओवल में शुरू हुआ। भारत ने इस डे-नाइट टेस्ट में पहली पारी में उतार-चढ़ाव भरी शुरुआत की। मुकाबला अपने ही अंदाज में रोमांच और कुछ अनपेक्षित उतार-चढ़ाव के साथ आगे बढ़ा। भारत पहले मैच में 1-0 की बढ़त से आए ब्लूज ने इस मैच में कई बदलाव किए। नियमित कप्तान रोहित शर्मा, शुबमन गिल और रवीचंद्रन अश्विन को शामिल किया गया। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में घायल जोश हेजलवुड के स्थान पर स्कॉट बोलैंड को लाया। पिंक बॉल टेस्ट का आगाज होते ही माहौल में गजब की ऊर्जा और उम्मीदें व्याप्त हो गईं।
रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, जो पहले दिन के खेल में भारत के लिए समस्या खड़ी करता हुआ दिखा। जब भारत के बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल पहली गेंद पर आउट हुए, तो लगा कि पहला विकेट पतन के लिए जिम्मेदार होगा। इस दौरान भारतीय टीम एक वक्त 69-1 से 87-5 पर पहुंच गई। ये वह समय था जब ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी करते हुए 6-48 के आंकड़े हासिल किये, जिससे भारत की बल्लेबाजी तार-तार हो गई।
ऐतिहासिक साझेदारी की खोज
इस कठिन समय में शुबमन गिल और केएल राहुल ने टीम के लिए कुछ रन बटोरे और साझेदारी का एक छोटा लेकिन महत्त्वपूर्ण अंश दर्शाया। हालांकि, इनके प्रयासों के बावजूद टीम की कुल स्कोरबोर्ड पर केवल 180 रन ही जुड़ सके। इस वंचित प्रदर्शन ने भारत की बल्लेबाजी लेटडाउन कर दी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों पर अब अच्छी शुरुआत का दारोमदार था।
ऑस्ट्रेलियाई जवाब
ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी की शुरुआत एक मज़बूत दिनचर्या से की, जहां मार्नस लाबुशेन और नाथन मैकस्वीनी की साझेदारी ने दर्शकों को उनके जुझारूपन का परिचय कराया। पहले दिन के समाप्ति तक, ऑस्ट्रेलियाई टीम 86-1 पर मजबूती से खड़ी दिखी, और अब वे केवल 94 रन से पीछे थे। इस प्रकार, वे सही दिशा में आगे बढ़ रहे थे।
दूसरे दिन का खेल भी भारतीय गेंदबाजों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। शुरुआती ओवरों में तेज़ विकेट भारत की प्राथमिकता होगी ताकि मैच को संतुलित किया जा सके। घरेलू पिच का लाभ उठाकर ऑस्ट्रेलिया अपनी पहचान बनाए रखने की जुगत में दिखी, जिससे दर्शकों के बीच उम्मीदों और एक्साइटमेंट का माहौल बन गया।
रात के आसमान में गुलाबी गेंद की चमक और दोनों टीमों के प्रयासों के बीच, क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह खेल एक बड़ा उत्सव बन गया। देखने वाली बात यह होगी कि भारतीय टीम अपनी रणनीति में क्या बदलाव करती है ताकि मैच की दिशा मोड़ी जा सके।
समीर चौधरी
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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