गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर लगाया मानहानि का आरोप
गौतम अडानी का हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कड़ा रुख
भारत के प्रमुख उद्योगपति और अडानी एंटरप्राइजेज के प्रमुख गौतम अडानी ने हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस रिपोर्ट को अपनी कंपनी के खिलाफ जानबूझकर की गई मानहानि का प्रयास बताया है। अडानी ने इस बात पर जोर दिया कि रिपोर्ट में दी गई जानकारी को विकृत करके प्रस्तुत किया गया है ताकि अडानी एंटरप्राइजेज की बाजार गुणवत्ता को नष्ट किया जा सके और इसके वित्तीय स्थिति को बाज़ार में कमजोर दिखाया जा सके।
अडानी एंटरप्राइजेज की मजबूत वित्तीय स्थिति
उन्होंने कंपनी की 32वीं वार्षिक आम बैठक में बताया कि कंपनी की वर्तमान वित्तीय स्थिति पहले से अधिक मजबूत है। अडानी ने कहा कि कंपनी ने अपने इतिहास का सबसे अच्छा वित्तीय परिणाम दर्ज किया है और उसका ऋण अनुपात भी सबसे कम है। यह इंगित करता है कि कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए हैं और उनके ये प्रयास सफल भी हुए हैं।
कर्ज चुकाने के लिए जुटाए गए अतिरिक्त फंड
अडानी ने बताया कि कंपनी ने आगामी दो वर्षों के लिए कर्ज चुकाने हेतु अतिरिक्त ₹40,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके साथ ही, उन्होंने ₹17,500 करोड़ मार्जिन-लिंक्ड वित्त की पूर्व-समाप्ति भी की है। उन्होंने कहा कि इन कदमों से न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है बल्कि भविष्य के विस्तार के लिए भी कंपनी के पास अधिक मात्रा में निवेश की गुंजाइश बनी हुई है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोपों का खंडन
अडानी ने स्पष्ट किया कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आरोप बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि रिपोर्ट का उद्देश्य अडानी एंटरप्राइजेज की साख को नुकसान पहुँचाना और शेयर बाजार में कंपनी के हिस्सों की कीमत को गिराना था। अडानी ने कहा कि रिपोर्ट में जिस तरह की गलत जानकारी दी गई है, उससे कंपनी को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।
भारत की आर्थिक वृद्धि पर विश्वास
अडानी ने भारत की आर्थिक वृद्धि पर विश्वास जताते हुए कहा कि देश इस दशक के अंत तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अडानी एंटरप्राइजेज इस वृद्धि के साथ आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है और कंपनी के पास आने वाले वर्षों में बुनियादी ढांचे के अवसरों का लाभ उठाने की पूरी क्षमता है।
अडानी एंटरप्राइजेज के निवेश और प्रगति
अडानी ने बताया कि कंपनी ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख निवेश किए हैं और प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इनमें परिवहन, ऊर्जा, और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में की गई प्रगति शामिल है। उन्होंने बताया कि कंपनी के विस्तार और विकास के प्लान्स को ध्यान में रखते हुए कई नए काम प्लान किए गए हैं, जो आने वाले समय में कंपनी की स्थिति को और भी मजबूत करेंगे।
समाप्त करते हुए, गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को एक सोची समझी साजिश के रूप में संदर्भित किया और कहा कि उनके पास इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाने के सभी विकल्प खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से सक्षम और प्रतिबद्ध है और यह रिपोर्ट उनके आत्मविश्वास को कम नहीं कर सकती। अडानी एंटरप्राइजेज अपने निवेशकों और ग्राहकों के प्रति पूरी तरह जिम्मेदार है और आगे भी इसी भावना के साथ अपने काम को जारी रखेगी।
समीर चौधरी
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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