जब Vishwakarma Puja का जश्न 17 सितंबर 2025 को भारत भर में धूमधाम से मनाया गया, तो अधिकांश बैंकों ने सामान्य कामकाज जारी रखा – क्योंकि Reserve Bank of India ने इसे राष्ट्रीय बैंक छुट्टी नहीं ठहराया। इसी वजह से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में सभी शाखाएँ खुली रही और ग्राहकों ने अपने लेन‑देनों को बिना किसी रुकावट के किया।
Vishwakarma Puja – इतिहास और परम्परा
Vishwakarma Puja को भारत में भगवान विष्णु के पहले शिल्पी के रूप में मान्यता दी जाती है। विशेषकर फैक्ट्री, कारखाने, मशीनरी और छोटी‑बड़ी दुकानों में इस दिन उपकरणों को पंखे‑झाड़ा, तेल चढ़ा कर पूजा किया जाता है। 2025 में पूर्वी और उत्तरी राज्यों में इस जश्न की उमंग सबसे अधिक थी, जहाँ कई कारखानों ने अपने उत्पादन लाइन को बंद कर कर्मचारियों को काम‑संबंधी आशीर्वाद देने के लिए समय निकाला।
RBI की बैंक छुट्टी सूची: क्या कहा गया?
Reserve Bank of India द्वारा 2025 के सितंबर महीने के लिए जारी आधिकारिक सूची में 17 सितंबर को राष्ट्रीय छुट्टी नहीं रखा गया। केवल 21, 27‑28 सितंबर को विभिन्न क्षेत्रीय त्यौहारों के चलते बैंकों की कुछ शाखाएँ बंद रही। इस निर्णय की वजह, RBI ने बताया कि "वित्तीय सेवाओं की निरंतरता को प्राथमिकता देते हुए, केवल व्यापक स्तर पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय त्यौहारों को ही छुट्टी देना उचित है"।
राज्य‑वार प्रतिक्रिया और अन्य संस्थाओं का रवैया
विश्वकर्मा पूजा के कुछ राज्यों में ही स्थानीय बैंक बंद हुए। उत्तर प्रदेश में, Basic Education Council, Uttar Pradesh ने 17 सितंबर को स्कूलों के लिए छुट्टी घोषित की, ताकि छात्र इस त्यौहार में भाग ले सकें। वहीं, बैंकों ने अपनी शाखाओं में कोई परिवर्तन नहीं किया। State Bank of India (SBI) के मुंबई शाखा प्रबंधक ने कहा, "हम अपने ग्राहकों को असुविधा नहीं देना चाहते, इसलिए हमने सामान्य कार्यकाल जारी रखा।" निजी बैंकों जैसे HDFC और ICICI ने भी इसी नीति को अपनाया।
डिजिटल बैंकिंग: छुट्टी में भी 24/7 सेवा
भले ही कुछ शाखाएँ बंद हों, डिजिटल चैनल ने कंधे पर कंधा मिलाकर काम किया। ऑनलाइन बैंकिन्ग, मोबाइल एप्लिकेशन, UPI और एटीएम पूरे देश में पूरी तरह से कार्यरत रहे। ग्राहक ने पैसे ट्रांसफ़र, बिल भुगतान या खाते की जांच बिना किसी रुकावट के की। एक छोटे‑बड़े व्यापारी, राजेश चौधरी (जैविक जूस स्टॉल, वाराणसी) ने साझा किया, "डिजिटल भुगतान के बिना तो आज की बिक्री ही नहीं चल पाती, इसलिए हमें RBI की निर्णय से कोई दिक्कत नहीं हुई।"
भविष्य में बैंक छुट्टी की संभावनाएँ
वर्ष‑दर‑वर्ष RBI की छुट्टी सूची में बदलाव होते रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे डिजिटल लेन‑देन का हिस्सा बढ़ेगा, स्थानीय त्यौहारों के कारण शाखा बंद होने की संख्या घट सकती है। फॉरेक्स और स्टॉक मार्केट के विशेषज्ञ अमित वर्मा ने कहा, "यदि सरकार और RBI मिलकर एक राष्ट्रीय डिजिटल अवकाश नीति बनाते हैं, तो बैंकिंग सेक्टर को सांस्कृतिक विविधता के साथ तालमेल बिठाना आसान होगा।"
मुख्य बिंदु
- 17 सितंबर 2025 को Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय बैंक छुट्टी नहीं माना गया।
- RBI ने केवल 21, 27‑28 सितंबर को सीमित छुट्टियों की घोषणा की।
- State Bank of India, HDFC, ICICI सहित सभी प्रमुख बैंकों ने सामान्य कार्यकाल रखा।
- डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ पूरे दिन बंद‑रहित रहीं।
- Uttar Pradesh में स्कूलों को छुट्टी मिला, लेकिन बैंकों को नहीं।
आगे क्या देखना चाहिए?
अगले महीने के बैंक कैलेंडर में भी कुछ राज्य‑विशेष त्यौहारों की वजह से 5‑6 अधिक छुट्टियाँ दिख रही हैं। RBI ने कहा है कि भविष्य में वे स्थानीय संस्कृति को सम्मान देते हुए भी वित्तीय स्थिरता को प्राथमिकता देंगे। इस बीच, ग्राहक डिजिटल चैनलों का उपयोग जारी रखेंगे, जिससे आर्थिक गति में कोई बाधा नहीं आएगी।
Frequently Asked Questions
Vishwakarma Puja के दिन बैंकों को क्यों नहीं बंद किया गया?
RBI ने बताया कि यह त्यौहार प्रमुख रूप से कुछ उद्योग क्षेत्रों में मनाया जाता है, जबकि बैंकों की राष्ट्रीय सेवाएँ निरंतर चलानी जरूरी हैं। इसलिए इसे केवल क्षेत्रीय छुट्टी माना गया, राष्ट्रीय नहीं।
क्या किसी विशेष राज्य में बैंक बंद थे?
हिंदुस्तान के कुछ भाग, जैसे ओडिशा के कुछ जिले, ने स्थानीय बैंक शाखाओं को बंद किया, लेकिन यह राज्य‑स्तर की निर्याण थी, न कि राष्ट्रीय। अधिकांश बड़े शहरों में सभी शाखाएँ खुली रही।
डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ इस छुट्टी में कैसे काम कर रही थीं?
UPI, मोबाइल ऐप, इंटरनेट बैंकिंग और एटीएम सभी पूरी तरह सक्रिय थे। केवल नकद जमा‑निकासी और चेक क्लियरिंग जैसी शाखा‑आधारित सेवाएँ उन क्षेत्रों में सीमित थीं जहाँ स्थानीय छुट्टी लागू थी।
भविष्य में RBI Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय छुट्टी दे सकता है?
संभव है, लेकिन इसके लिये व्यापक राष्ट्रीय महत्व और आर्थिक प्रभाव का मूल्यांकन आवश्यक होगा। वर्तमान में RBI की नीति डिजिटल सेवाओं को प्राथमिकता देती है, इसलिए राष्ट्रीय छुट्टी में परिवर्तन अपेक्षित नहीं है।
छुट्टियों के दौरान ग्राहकों को कौन‑सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग जारी रखें, लेकिन बड़ी नकद लेन‑देनों के लिए शाखा खुलने की तिथियों की जाँच कर लें। साथ ही, एटीएम से अधिकतर नकद निकालना सुरक्षित रहता है, क्योंकि कुछ शाखाओं में कटौती हो सकती है।
Swetha Brungi
सितंबर 29, 2025 AT 21:56RBI ने Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय बैंक छुट्टी नहीं माना, इसका मुख्य कारण वित्तीय स्थिरता है.
डिजिटल चैनलों की 24/7 उपलब्धता ने इस निर्णय को ज्यादा आसान बना दिया.
कई छोटे व्यापारी इस बात से खुश हैं क्योंकि उनके लेन‑देनों में कोई बाधा नहीं आती.
हालांकि, कुछ बड़े औद्योगिक क्षेत्र में कामगारों को अभी भी दिनभर काम करना पड़ता है.
यह स्थिति कामगारों के कल्याण को लेकर प्रश्न उठाती है.
लेकिन RBI का तर्क है कि बैंकिंग सेवाओं की निरंतरता आर्थिक गति को बनाए रखती है.
अन्यथा छुट्टी के कारण भुगतान प्रणाली में ठहराव हो सकता है.
भारत में विभिन्न राज्य अपने स्थानीय त्यौहारों के अनुसार बैंक बंद कराते हैं, लेकिन यह राष्ट्रीय स्तर नहीं है.
इस बात से यह स्पष्ट होता है कि केंद्र और राज्य के बीच जिम्मेदारी का वितरण है.
डिजिटल लेन‑देनों का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है, जिससे शाखा‑आधारित सेवाओं की आवश्यकता घट रही है.
फिर भी, ग्रामीण क्षेत्रों में एटीएम और इंटरनेट कनेक्शन की कमी एक बाधा बनती है.
इस कारण, RBI को भविष्य में स्थानीय स्तर पर सीमित छुट्टियों पर पुनर्विचार करना चाहिए.
विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ बड़े उद्योग नहीं होते, कर्मचारियों को छुट्टी का अधिकार रखें.
सांस्कृतिक विविधता को आर्थिक दक्षता के साथ संतुलित करने के लिए एक नयी नीति बननी चाहिए.
ऐसा करने से ग्राहक संतुष्टि और कर्मचारियों का मनोबल दोनों में वृद्धि होगी.
अंत में, डिजिटल बैंकों की भूमिका को और सशक्त बनाकर यह अंतर आसानी से पाटा जा सकता है.
Govind Kumar
अक्तूबर 1, 2025 AT 01:43Reserve Bank of India ने यह स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय स्तर पर केवल वे त्यौहार जो व्यापक सामाजिक प्रभाव रखते हैं, उन्हें ही छुट्टी दी जाती है.
इसलिए Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय बैंक छुट्टी नहीं माना गया, ताकि वित्तीय सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित रहे.
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की 24 घंटे उपलब्धता इस नीति को समर्थन देती है.
भविष्य में यदि इस त्यौहार का राष्ट्रीय महत्व बढ़ता देखा गया, तो नीति में परिवर्तन पर विचार किया जा सकता है.
deepika balodi
अक्तूबर 2, 2025 AT 05:29Vishwakarma Puja के दिन बैंकों का खुला रहना छोटे व्यापारियों के लिए मददगार है.
fatima blakemore
अक्तूबर 3, 2025 AT 09:16भाई लोग, सच्ची बात तो यही है कि जब डिजिटल बैंकिन्ग पूरी तरह चालू रहता है तो छुट्टी की टेंशन खुद ही गायब हो जाती है.
हम लोग अक्सर टेंशन सोचे थे कि कल एटीएम नहीं खुलेगा, पर UPI और मोबाइल ऐप ने सबको कवर कर दिया.
वैसे भी, Vishwakarma Puja जैसे लोकल त्यौहार को बैंक बंद करने से ज्यादा नुकसान हो सकता था.
तो RBI का ये फैसला वाक़ई में समझदारी भरा लग रहा है.
आइए, सब मिलकर इस डिजिटल युग को अपनाएँ और छुट्टी के बहाने पे काम को नहीं रोकें.
Sandhya Mohan
अक्तूबर 4, 2025 AT 13:03सच कहें तो हर त्यौहार में एक गहरी भावना छिपी होती है, लेकिन आर्थिक तंत्र को भी ध्यान में रखना ज़रूरी है.
डिजिटल लेन‑देनों ने हमें यह सिखाया है कि भौतिक बंदिशों को कैसे पार किया जाए.
जब हम तकनीक को अपनाते हैं, तो किसी भी त्यौहार की खुशी को आर्थिक बाधा नहीं बनने देते.
इसलिए मैं मानती हूँ कि आज का निर्णय सांस्कृतिक और आर्थिक संतुलन का उत्तम उदाहरण है.
Prakash Dwivedi
अक्तूबर 5, 2025 AT 16:49RBI ने Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय छुट्टी नहीं दिया, जिससे कुछ कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करना पड़ा.
भले ही डिजिटल सेवाएँ चालू थीं, लेकिन एटीएम और नकद लेन‑देन में कुछ बाधाएँ आईं.
ऐसे निर्णय छोटे शहरों के छोटे व्यवसायियों पर असर डालते हैं जहाँ डिजिटल अभिगम सीमित है.
भविष्य में स्थानीय आवश्यकताओं को अधिक ध्यान में रखना चाहिए.
Rajbir Singh
अक्तूबर 6, 2025 AT 20:36RBI की यह नीति दर्शाती है कि केंद्र सरकार आर्थिक लाभ को सांस्कृतिक महत्व से ऊपर रखती है.
यदि Vishwakarma Puja को राष्ट्रीय मान्यता मिलती, तो बैंक बंद कर ग्राहकों को आराम मिल जाता.
परंतु यह निर्णय केवल बड़े शहरों के हित में है.
सरकार को ग्रामीण और औद्योगिक क्षेत्रों दोनों की जरूरतें देखनी चाहिए.
Himanshu Sanduja
अक्तूबर 8, 2025 AT 00:23समझता हूँ आपका दृष्टिकोण लेकिन डिजिटल बैंकिंग ने कई लोगों के लिए काम आसान कर दिया है.
छुट्टी न होने से आर्थिक गति बनी रहती है और लोग अपने काम में बाधा नहीं महसूस करते.
इसी कारण से यह निर्णय व्यावहारिक है
Kiran Singh
अक्तूबर 9, 2025 AT 04:09RBI ने सही काम किया 🙌 Vishwakarma Puja के दिन डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल करके सभी को सुविधा मिली 😊 कोई रुकावट नहीं, बस ट्रांसफ़र और बिल पेमेंट चलते रहे! चलो, इस तरह की नीति को आगे भी बढ़ाते रहें 💪
Balaji Srinivasan
अक्तूबर 10, 2025 AT 07:56डिजिटल चैनलों की सुरक्षा और उपलब्धता को देखते हुए, ऐसी नीतियों का समर्थन करना आवश्यक है.
ग्राहकों को निरंतर सेवा मिलती रहती है और आर्थिक स्थिरता बनी रहती है.
भविष्य में यदि स्थानीय त्यौहारों को भी ध्यान में रखा जाए तो सबका लाभ होगा.