
अयोध्या-प्रयागराज के बीच शुरू हुई चार कुंभ स्पेशल ट्रेनें: तीर्थयात्रियों को सफर में बड़ी राहत
कुंभ मेले के लिए विशेष रेल इंतजाम
कुछ गिनती के ही महीने बचे हैं और 17 जनवरी, 2025 से कुंभ स्पेशल ट्रेन यात्रियों की भीड़ को संभालने में अहम भूमिका निभाने लगी हैं। अयोध्या और प्रयागराज के बीच ये चार स्पेशल ट्रेनें ना सिर्फ श्रद्धालुओं को सरल यात्रा का मौका देंगी, बल्कि पूरे उत्तर भारत के रेल संपर्क को मज़बूत करेंगी। पिछले मेले की तुलना में इस बार ‘रिंग रेल नेटवर्क’ को बड़ा करते हुए मेलों के रूट को बहतर विस्तार मिला है।
रेलवे अफसरों के मुताबिक, कुल 13,000 ट्रेनें—जिनमें 3,000 स्पेशल ट्रेनें भी शामिल हैं—पूरे कुंभ अवधि के दौरान चलाई जाएँगी। अयोध्या-प्रयागराज रूट पर जो नई स्पेशल ट्रेनें आई हैं, वे पहले से चल रही प्रयागराज-वाराणसी और प्रयागराज-जौनपुर वाली लाइन को पूरक बनाती हैं। इसका फायदा सीधे लाखों तीर्थयात्रियों को मिलेगा, जिन्हें कम समय में, कम भीड़ में यात्रा करने का विकल्प मिलेगा।

यात्रियों की सहूलियतें और स्टेशन की बदलती तस्वीर
इन चार कुंभ स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों के लिए स्लीपर क्लास, थर्ड एसी और जनरल सीटिंग की सुविधा दी गई है। दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष रैम्प से लेकर अलग डिब्बे, सामान रखने के लिए ज्यादा जगह और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट तक, कई नई सुविधाएं जुड़ी हैं। इसी के साथ, टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी के साथ-साथ MakeMyTrip पर भी बुकिंग आसान हो गई है। वेटिंग लिस्ट मैनेजमेंट भी पहले के मुकाबले तेज और असरदार किया गया है ताकि यात्रियों को बार बार स्टेशन आने की परेशानी न झेलनी पड़े।
स्टेशन का नजारा भी अब बदला-बदला है। प्रयागराज और अयोध्या के रेलवे स्टेशनों पर 1,146 से ज्यादा हाई रेजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सफाई और स्वास्थ्य के लिए हर शिफ्ट में टीमें तैनात हैं, ताकि स्टेशन पर गंदगी या अव्यवस्था ना दिखे। भीड़ पर कंट्रोल रखने के लिए रेलवे ने सुरक्षा बलों के अलावा अलग-अलग शिफ्ट में वालंटियर्स भी खड़े किए हैं, जो जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
आवास की दिक्कत आम तौर पर कुंभ में एक बड़ी समस्या रही है, लेकिन इस बार ‘टेंट सिटी’ की अवधारणा को और व्यापक किया गया है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन, मिलकर अस्थायी शिविरों में साफ पानी, बायो टॉयलेट्स, मेडिकल एम्बुलेंस और खाने-पीने का बंदोबस्त भी कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी लोग इन नई ट्रेनों और सुविधाओं की काफी तारीफ कर रहे हैं, क्योंकि सफर ज्यादा आसान, तेज और सुरक्षित बना है। बड़ी बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ सरकार, दोनों की नज़रें खुद इस व्यवस्था पर हैं, जिससे हर स्तर पर निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
फिलहाल, कुंभ मेले में जाने का प्लान बना रहे लोग अगर सोच रहे हैं कि भीड़ या टिकट की वजह से समस्या होगी, तो रेलवे की इस नई पहल ने उन्हें बड़ा भरोसा दे दिया है। आने वाले हफ्तों में देखना होगा कि यह ट्रेनों का जाल, श्रद्धालुओं की तादाद के असली इम्तहान में कितना काम आता है।
Aswin Yoga
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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