स्रीलंका क्रिकेट टीम पर COVID-19 की लहर, एशिया कप 2023 से पहले दो खिलाड़ी पॉज़िटिव

स्रीलंका क्रिकेट टीम पर COVID-19 की लहर, एशिया कप 2023 से पहले दो खिलाड़ी पॉज़िटिव

Aswin Yoga
Aswin Yoga
सितंबर 24, 2025

COVID-19 ने स्रीलंका क्रिकेट की तैयारी को बंधक बना दिया

एशिया कप 2023 के पूर्वावलोकन में दो प्रमुख बल्लेबाज़ों का वायरस पॉज़िटिव होना टीम के लिए एक बड़ा झटका है। कुसल पेरेरा और अविश्का फर्नांडो ने लंका प्रीमियर लीग (LPL) के अंतिम दौर में लक्षण दिखाए और बाद में परीक्षण में कोरोना पॉज़िटिव पाए गए। दोनों खिलाड़ियों को वर्तमान में क्वारंटीन में रखा गया है, और उनके नकारात्मक टेस्ट मिलने पर ही वे टूर्नामेंट में जगह पा सकते हैं।

अविष्का फर्नांडो, जो 2023 की शुरुआत से वनडे नहीं खेले थे, ने LPL में 10 मैचों में 244 रन बनाकर चौथे स्थान पर रहे। उनकी वापसी स्रीलंका के लिए बॉलिंग विकल्पों की कमी को पूरी करने में मददगार हो सकती थी, इसलिए उनका गायब होना टीम की बैटिंग स्थिरता पर असर डाल सकता है।

कुसल पेरेरा के सकारात्मक परिणाम ने भी चयन प्रक्रिया को मुश्किल बना दिया है। कोचिंग स्टाफ को अब यह तय करना है कि उनकी फिटनेस और टेस्ट रिपोर्ट कब तक सुधरेगी, ताकि वे उद्घाटन मैच में बंग्लादेश के खिलाफ खेल सकें या नहीं।

चोटों का भी असर, एशिया कप में प्लेनिंग मुश्किल

चोटों का भी असर, एशिया कप में प्लेनिंग मुश्किल

कोरोना केस के साथ साथ स्रीलंका को चोटों की लहर भी झेलनी पड़ रही है। तेज़ बॉलर दुशामथ चामेरा, जिसने LPL के दौरान कंधे में चोट ली, संभावना है कि वह पूरे एशिया कप से बाहर रहें। वहीं, लेग‑स्पिनर वानिंडु हसरंगा ने LPL फाइनल से पहले जांघ में चोट झेली, जिससे कम से कम दो मैचों के लिए वह अनुपलब्ध रह सकते हैं।

  • दुशामथ चामेरा – कंधे की चोट, पूरी टुर्नामेंट से बाहर
  • वानिंडु हसरंगा – जांघ में चोट, कम से कम दो मैच मिस करेंगे
  • कुसल पेरेरा और अविश्का फर्नांडो – COVID-19 के कारण अभ्यास सीमित, नकारात्मक रिपोर्ट पर निर्भर

स्रीलंका, जो पाकिस्तान के साथ एशिया कप 2023 का सह‑होस्ट है, का पहला मैच 31 अगस्त को पल्लेकले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बंग्लादेश के खिलाफ तय है। टूर्नामेंट 30 अगस्त से 17 सितम्बर तक चलेगा, और टीम को अब सिर्फ पाँच दिन बचे हैं तैयारी को फिर से संगठित करने के लिए।

इन सभी चुनौतियों के सामने स्रीलंका को डिफेंडर के रूप में अपनी ताकत दिखाने में कठिनाई होगी। स्रीलंका क्रिकेट को अब मेडिकल टीम, कोच और कप्तान की तेज़ निर्णय लेने की जरूरत है, ताकि वे सुरक्षा प्रोटोकॉल और चोटों के बीच संतुलन बनाए रख सकें और एशिया कप में प्रतिस्पर्धी बने रहें।p>

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