
पाकिस्तान vs ऑस्ट्रेलिया: मैदान पर 'डॉक्टर' बने बाबर आज़म, घायल शाहीन अफरीदी का किया इलाज
पर्थ ODI में बाबर आज़म बने 'डॉक्टर', शाहीन अफरीदी की तुंरत मदद
क्रिकेट मैदान पर जोश और मुकाबले के साथ जज़्बात भी कई बार दिख जाते हैं, लेकिन 10 नवंबर 2024 को पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान की टीम के बीच जो हुआ, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। तीसरे और निर्णायक वनडे में एक पल ऐसा आया, जब कप्तान रह चुके बाबर आज़म अपने दोस्त और तेज़ गेंदबाज़ शाहीन शाह अफरीदी के लिए 'डॉक्टर' बन गए।
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 26वें ओवर में शाहीन मिडविकेट पर फील्डिंग कर रहे थे। सीन एबोट ने बॉल खेली और मैदान के गहरे हिस्से से आया थ्रो सीधे शाहीन के बाएं हाथ के अंगूठे पर जा लगा। गेंद बुरी तरह उछली और शाहीन की उंगलियां लहूलुहान कर गईं। दर्द साफ दिख रहा था—शाहीन मैदान पर ठिठक गए, उनके चेहरे पर तकलीफ थी, ऐसा लग रहा था मानो अंगूठा डिस्लोकेट हो गया हो।
मैदान पर जैसे ही ये नज़ारा दिखा, बाबर आज़म बिना देर किए दौड़ पड़े। टीम के फिजियो आने तक बाबर ने खुद शाहीन के हाथ को पकड़ा, अंगूठा चेक किया और तुरंत मसाज करने लगे। आस-पास के खिलाड़ी और अंपायर भी हैरान थे कि कप्तान इतनी फुर्त्ती से जवाब दे सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाबर ने खुद शाहीन की हड्डी को वापस जगह पर बैठाने की कोशिश भी की।
ये सीन टीवी पर देख रहे कमेंटेटर्स और सोशल मीडिया पर फैंस के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बन गया। 'डॉ. बाबर आज़म' नेटिज़न्स के लिए तुरंत हिट हो गए, हर तरफ तारीफें होने लगीं। ऐसे कम ही मौकों पर क्रिकेट फील्ड पर इतनी ताजगी देखने मिलती है।
पाकिस्तान ने 22 साल बाद रचा इतिहास, शाहीन बने हीरो
इलाज के बाद शाहीन शाह अफरीदी मैदान पर लौटे और बगैर दर्द के असर के अपनी धारदार गेंदबाजी जारी रखी। उन्होंने 3 विकेट झटके और साथी तेज़ गेंदबाज़ नसीम शाह ने भी तीन विकेट ली। वहीं, हारिस रऊफ ने भी दो विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की टीम को 140 रन पर सिमटने पर मजबूर कर दिया।
ये मैच न सिर्फ शाहीन के जज्बे का गवाह बना, बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक नई उपलब्धि भी लेकर आया। टीम पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर 22 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई धरती पर कोई ODI सीरीज़ जीती। लंबे वक्त से विदेशी दौरों पर जूझ रही टीम के लिए यह जीत उनके कलेक्टिव संघर्ष और एकजुटता का शानदार उदाहरण है।
- शाहीन की हिम्मत और बाबर का साथीपन दोनों के कायल पूरी दुनिया हुई।
- मैदान पर बाबर की ये फुर्ती और जज्बा खिलाड़ियों के रिश्ते की गहराई को दिखाता है।
- सीरीज जीत का ये मौका पाकिस्तानी क्रिकेट के इतिहास में खास दर्ज हो गया है।
पर्थ के मैदान पर घटी इस छोटी सी घटना ने बता दिया—क्रिकेट सिर्फ खेल ही नहीं, जज़्बात और दोस्ती की बेमिसाल मिसाल भी है।
Aswin Yoga
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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