उपचुनाव परिणाम 2024 मुख्य आकर्षण: भारत गठबंधन ने जीतीं 10 सीटें, बीजेपी को मिली 2, निर्दलीय को 1 सीट
उपचुनाव 2024: भारत गठबंधन की शानदार जीत
13 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के परिणाम 13 जुलाई, 2024 को घोषित किए गए। इन चुनावों में भारत गठबंधन, जो कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, और द्रविड़ मुनेत्र कषगम का संकलन है, ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2 सीटों पर सफलता प्राप्त की, जबकि एक निर्दलीय उम्मीदवार ने 1 सीट अपने नाम की।
राज्यों में चुनाव का परिणाम
इन चुनावों का आयोजन 10 जुलाई, 2024 को पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हुआ था। इन सभी सात राज्यों में चुनावी प्रतियोगिता बेहद दिलचस्प रही।
पश्चिम बंगाल और तृणमूल कांग्रेस की धमाकेदार जीत
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने सभी चार सीटों पर विजय प्राप्त की। इस राज्य में कृष्ण कल्याणी, मुकुट नमी अधिकारी, मधुपारणा ठाकुर और सुत्पी पांडे विजयी घोषित हुए। इस जीत के साथ तृणमूल कांग्रेस ने फिर से अपने प्रभुत्व को साबित किया।
पंजाब और आम आदमी पार्टी का परचम
पंजाब में आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत ने जलंधर वेस्ट सीट पर जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी ने अपने मजबूत प्रचार अभियान के चलते इस सीट को अपने पक्ष में कर लिया।
तमिलनाडु में डीएमके की सफलता
तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के उम्मीदवार अन्नियुर सिवा ने विक्रवंडी विधानसभा सीट पर विजय पाई। इस परिणाम से राज्य में डीएमके की स्थिति और मजबूत हो गई।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने मारी बाजी
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की। देहरा विधानसभा सीट पर कमलेश ठाकुर और नालागढ़ सीट पर हरदीप सिंह बावा विजयी रहे। बीजेपी ने यहां एकमात्र हमीरपुर सीट पर सफलता हासिल की।
उत्तराखंड में कांग्रेस की बढ़त
उत्तराखंड में भी कांग्रेस ने बढ़त बनाई। बद्रीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला और काजी मोहम्मद नज़मुद्दीन विजयी हुए।
मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत
मध्य प्रदेश में बीजेपी के कमलेश प्रताप शाह ने अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की। यह बीजेपी के लिए राज्य में एक महत्वपूर्ण जीत साबित हुई।
बिहार में निर्दलीय उम्मीदवार की सफलता
बिहार में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने रुपौली सीट पर जीत दर्ज की। यह परिणाम काफी सराहनीय रहा क्योंकि निर्दलीय उम्मीदवार ने सभी प्रमुख दलों को पछाड़ कर यह उपलब्धि हासिल की।
इन उपचुनावों के परिणाम ने राजनीति के भविष्य के लिए एक नया परिदृश्य बनाया है। भारत गठबंधन की जबरदस्त सफलता ने एक बार फिर विपक्ष को मजबूत किया वहीं बीजेपी को जनसमर्थन में कमी का सामना करना पड़ा। आगामी बड़े चुनावों के लिए इन नतीजों का अवलोकन सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण होगा।
समीर चौधरी
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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