
हरियाणा चुनाव 2024 परिणाम लाइव: एग्जिट पोल को नकारते हुए बीजेपी ने जीता तीसरा कार्यकाल
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम सभी के लिए चौंकाने वाले रहे, क्योंकि भाजपा ने तीसरी बार लगातार जीत हासिल कर सभी चुनाव पूर्वानुमानों को गलत साबित किया। भारतीय जनता पार्टी ने इस आवासीय राज्य में एक बार फिर अपनी सत्ता की जड़े मजबूत कर ली हैं। राज्य में 08 अक्टूबर, 2024 को परिणाम घोषित किए गए। यह चुनाव 90 विधानसभा क्षेत्रों में 1,031 उम्मीदवारों के बीच हुआ, जहां 20,632 मतदान केंद्र बनाए गए थे। प्रमुख पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी)-बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) गठबंधन, और जजपा-अज़ाद समाज पार्टी (एएसपी) गठबंधन शामिल थे।
एग्जिट पोल की गलती, बीजेपी की बड़ी जीत
एग्जिट पोल ने कांग्रेस के लिए भारी जीत की भविष्यवाणी की थी, जिसमें कई पोल्स ने कांग्रेस को 90 सीटों में से 50 से अधिक सीटें मिलती दिखाई थीं। लेकिन भाजपा ने ये सभी भविष्यवाणियाँ गलत साबित कर दीं और अपना बहुमत प्रदर्शित किया। वोटों की गिनती मंगलवार सुबह 8 बजे शुरू हुई थी, जिसके लिए राज्य के 22 जिलों में 93 गिनती केंद्र बनाए गए थे, और 90 गिनती पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 30 केंद्रीय पुलिस बल की कंपनियों के साथ 12,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
प्रमुख उम्मीदवारों और मुद्दों पर नजर
चुनाव के प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्य मंत्री नयाब सिंह सैनी (लाडवा), हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा (गाड़ी सम्पला-किलोई), आईएनएलडी के अभय सिंह चौटाला (ऐलनाबाद), जजपा के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), बीजेपी के अनिल विज (अम्बाला कैंट), ओ पी धनखड़ (बादली), आप के अनुराग धांडा (कलायत), और कांग्रेस के विनेश फोगाट (जुलाना) शामिल थे।
किसान समस्या, अग्निवीर योजना और यौन उत्पीड़न विरोधी का असर
कई प्रमुख मुद्दों ने चुनावी चर्चा को प्रभावित किया, जिसमें किसान समस्या, अग्निवीर सैन्य भर्ती योजना, और भाजपा नेता व भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पहलवानों के विरोध शामिल हैं। परिणाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखे जा रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता में लोगों के विश्वास की वजह से भाजपा की यह विजय मानी जा रही है।

भविष्य की रणनीति और चुनौतियाँ
यह चुनावी जीत भाजपा के लिए कई दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर पार्टी ने अपनी सत्ता को बचाए रखा है, वहीं दूसरी ओर यह इस बात की भी तस्दीक करता है कि पार्टी ने जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ को मजबूत किया है। अब भाजपा के सामने यह चुनौती होगी कि वह अपनी नीतियों को और भी प्रभावी ढंग से लागू करे, ताकि जनता का विश्वास ऐसे ही बरकरार रहे।
इन चुनावों में उठाए गए मुद्दे, खासकर किसानों से संबंधित, आने वाले कार्यकाल के लिए प्रमुख एजेंडा बिंदु होंगे। भाजपा के नेताओं को इस उम्मीद पर खरा उतरना होगा कि वह समस्याओं का ध्यान रखते हुए विकास को केंद्र में रखेंगे। अगर पार्टी जनता की उम्मीदों पर खरी उतरती है, तो यह न केवल हरियाणा बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी एक मजबूत संकेत होगा।

समीर चौधरी
मैं एक पत्रकार हूँ और भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सही जानकारी प्रदान करना है।
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