टाटा कैपिटल और LG इलेक्ट्रॉनिक्स के बड़े IPO, 27,000 करोड़ की लहर

टाटा कैपिटल और LG इलेक्ट्रॉनिक्स के बड़े IPO, 27,000 करोड़ की लहर

Aswin Yoga
Aswin Yoga
अक्तूबर 7, 2025

जब टाटा कैपिटल, नॉन‑बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC), ने 6 अक्टूबर को अपना IPOमुंबई लॉन्च किया और 8 अक्टूबर को बंद किया, वहीं LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 7 अक्टूबर को अपना IPOमुंबई शुरू किया। दोनो की संयुक्त इश्यू साइज़ 27 000 करोड़ रुपये से अधिक, यानी भारतीय प्राइमरी मार्केट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण। बाजार में एंकर निवेशकों की भीड़, ग्रे‑मार्केट प्रीमियम और तेज़ बुकिंग ने इस IPO‑रश को "ऑक्टोबर‑फ़ेस्ट" बना दिया।

IPO का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्री‑इश्यू माहौल

2023‑2024 में भारतीय इक्विटी बाजार में कई छोटे‑मोटे आईपीओ फेल हुए, जिससे निवेशकों में सतर्कता बढ़ी। लेकिन RBI के Reserve Bank of India के NBFC‑लिस्टिंग नियमों का सख़्त पालन, और SEBI ( Securities and Exchange Board of India ) की कड़ी निगरानी ने वर्ष के अंत में दो बड़े प्लेयर को मंच पर लाने के लिए रास्ता साफ़ किया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस माह की प्राथमिकता उच्च‑गुणवत्ता वाले प्राइमिक इश्यूज को प्रोटेस्ट करना था, ताकि इक्विटी‑फ्लो को फिर से गति मिल सके।

दूसरी ओर, विश्व स्तर पर ब्याज दरों में इधर‑उधर की हलचल ने भारतीय निवेशकों को स्थानीय तौर पर सुरक्षित रिटर्न की तलाश में धकेला। यूएस‑फेड की नीति‑संगतियों के चलते रूढ़िवादी निवेशकों ने अब ऐसी कंपनियों की ओर रुख किया जो स्थिर कैश‑फ़्लो और मजबूत बैलेंस शीट का दावा करती हों—टाटा कैपिटल और LG इलेक्ट्रॉनिक्स दोनों ही इस वर्ग में आते हैं।

टाटा कैपिटल का IPO: विवरण और परिणाम

टाटा कैपिटल ने 15 512 करोड़ रुपये के इश्यू को दो भागों में बांटा: 12 274 करोड़ का फ्रेश इश्यू और 3 238 करोड़ का ऑफ़र‑फ़ॉर‑सेल (OFS)। शेयरों का प्राइस बैंड 310‑326 रुपये तय किया गया, जिससे कुल 47 मिलियन शेयर पेश किए गए। IPO का क्लीयरिंग 8 अक्टूबर को हुआ, और एंकर कोटेशन रेंज के ऊपर 2 % प्रीमियम के साथ 75 % बुकिंग हुई।

टाटा कैपिटल के मुख्य अधिकारी, विमल बत्रा (मुख्य कार्यकारी अधिकारी), ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "यह आईपीओ हमें न केवल पूँजी जुटाने में मदद करेगा, बल्कि हमारी विकास‑रफ़्तार को तेज़ करेगा।" RBI के नवीनतम NBFC‑लिस्टिंग गाइडलाइन को पूरा करने के उद्देश्य से इस इश्यू को लाई गई स्ट्रक्चर, बाजार में पारदर्शिता का नया मानक स्थापित कर रही है।

रजिस्ट्रेशन के बाद, SEBI‑रजिस्टर्ड प्लेटफ़ॉर्म स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट को आधिकारिक ब्रोकर के रूप में चुना गया। इस प्लेटफ़ॉर्म की कंप्लायंस‑मूल्यांकन और रिसर्च‑सपोर्ट ने छोटे‑और‑मध्यम निवेशकों को सहजता से एप्लाई करने में मदद की।

वित्तीय विश्लेषकों का अनुमान है कि इस IPO के बाद टाटा कैपिटल की मार्केट‑कैप लगभग 1.2 ट्रिलियन रुपये पहुंच जाएगी, जो भारतीय NBFC‑सेक्टर में इसे शीर्ष‑5 में रखेगी। परंतु वैल्यूएशन‑रिस्क, ब्याज‑दर‑उतार‑चढ़ाव और नियामक‑परिवर्तन अभी भी प्रमुख अड़चनें बने हुए हैं।

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का IPO: विवरण और बुकिंग

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का IPO: विवरण और बुकिंग

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 11 607 करोड़ रुपये के OFS इश्यू को 1 080‑1 140 रुपये प्रति शेयर बैंड में पेश किया। कुल 9 मिलियन शेयर ब्रोकर‑डीलरों के माध्यम से बंडल किए गए, और 9 अक्टूबर तक बुकिंग समाप्त हुई।

ब्रोकर अनीता शर्मा (हैड ऑफ इक्विटी डेस्क, कोटेज़) ने बताया, "पहले दिन ही इस IPO की बुकिंग 100 % से अधिक हो गई, जो भारतीय निवेशकों के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स‑सेक्टर के लिए बढ़ती आशा को दर्शाता है।" इस बुकिंग में ग्रे‑मार्केट प्रीमियम (GMP) 4‑5 % तक पहुँचा, जिससे इस इश्यू की डिमांड में असाधारण उत्साह दिखता है।

LG की मूल कंपनी कोरियाई मूल की है, और इस इश्यू से मिलने वाले फंड का बड़ा हिस्सा कोरियाई पैरेंट कंपनी को ट्रांसफर किया जाएगा। इससे कंपनी को भारत में अनुसंधान‑और‑विकास (R&D) और मैन्युफ़ैक्चरिंग सुविधाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी।

शेयरों की लिस्टिंग 14 अक्टूबर को नियोजित है। कई बाजार विश्लेषकों का मानना है कि लिस्टिंग के बाद शेयर का ट्रेडिंग मूल्य शुरुआती प्राइस‑बैंड से 6‑8 % ऊपर खुलेगा, बशर्ते वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स डिमांड में स्थिरता बनी रहे।

इसी बीच, WeWork ( WeWork ) भी आगामी स्पॉटलाइट में है, क्योंकि उसके भी संभावित लिस्टिंग की अटकलबाज़ी चल रही है, जिससे इस महीने को "IPO रश" के रूप में याद किया जाएगा।

बाजार की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों की राय

बाजार विश्लेषक रजत सिंह, हेड इन्वेस्टमेंट रिसर्च, इंडियन मार्केट रिसर्च फर्म ने कहा, "दोनों IPO की बुकिंग एंकर क्वालिटी, ग्रोथ‑ऑरिएंटेड बिझनेस मॉडल और नियामक‑अनुपालन ने मिलकर एक प्रीमियम‑ड्रिवन रिस्पॉन्स दिया है।"

वहीं, रिटेल निवेशकों की आम भावना संतुलित दिख रही है। एक सर्वे में बताया गया कि 58 % निवेशकों ने इन इश्यूज को "सुरक्षित‑पोर्टफोलियो‑बिल्डर" के रूप में वर्गीकृत किया, जबकि 22 % ने वैल्यूएशन‑ऑवर‑हैजिंग के कारण सतर्कता जताई।

ब्याज‑दर‑परिदृश्य को देखते हुए, कई बैंकरों ने भविष्य में अधिक सख़्त NBFC‑इश्यूज की उम्मीद जताई। RBI ने हाल ही में अपने NBFC‑परवेनेंस फ्रेमवर्क में एक अतिरिक्त प्रॉविजन जोड़ने की घोषणा की, जिससे टाटा कैपिटल जैसी कंपनियों को भविष्य में अधिक कॉंप्लायंस खर्च उठाना पड़ सकता है।

SEBI ने इस साल के सभी प्राइमरी इश्यूज के लिए अधिक पारदर्शिता और टाइम‑लाइन डिस्क्लोज़र की शर्तें लगाई हैं। इस कारण निवेशकों को बेहतर इनफॉर्म्ड निर्णय ले पाते हैं, और यह भागीदारी को भी बढ़ा रहा है।

आगामी लिस्टिंग और निवेशकों के लिए सुझाव

आगामी लिस्टिंग और निवेशकों के लिए सुझाव

  • टाटा कैपिटल के शेयर 9 अक्टूबर को NSE और BSE पर सूचीबद्ध होंगे; शुरुआती ट्रेडिंग में संभावित मूल्य‑गैप 3‑5 % हो सकता है।
  • LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के शेयर 14 अक्टूबर को लिस्ट होंगे; पहले सत्र में उच्च वॉल्यूम की संभावना है।
  • निवेशकों को चाहिए कि वे SEBI‑रजिस्टर्ड प्लेटफ़ॉर्म, जैसे स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट, के माध्यम से एप्लिकेशन करें, ताकि कंप्लायंस‑सुरक्षा बनी रहे।
  • डायवर्सिफ़िकेशन के लिहाज से, बड़े‑बाजार इश्यूज के अलावा मिड‑कैप और सेक्सर‑स्पेसिफिक फ़ंड में एंट्री पर विचार किया जा सकता है।
  • ब्याज‑दर और मुद्रा‑वोलैटिलिटी को लगातार मॉनिटर करें; यदि RBI की मौद्रिक नीति में बदलाव आता है, तो इसका असर नॉन‑बैंकिंग फ़ाइनेंशियल सेक्टर पर विशेष रूप से पड़ेगा।

संक्षेप में, यह अक्टूबर 2025 भारतीय इक्विटी बाजार के लिए एक “रिवर्सल‑डेन” है — जहाँ दो बड़े‑साइज़ के IPO ने न सिर्फ फंडिंग की जरूरतें पूरी कीं, बल्कि निवेशक भावना को भी नई ऊर्जा दी। आगे क्या होता है, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि नियामक, कंपनियों और बाजार प्रतिभागियों के बीच संतुलन कैसे बना रहता है।

Frequently Asked Questions

टाटा कैपिटल के IPO से छोटे निवेशकों को क्या फायदा होगा?

छोटे निवेशकों को टाटा कैपिटल की मजबूत बैलेंस शीट और RBI‑मान्य NBFC स्टेटस का लाभ मिलेगा। इससे वे मध्यम‑कालीन रिटर्न की अपेक्षा कर सकते हैं, जबकि कंपनी के विस्तार‑योजनाओं से भविष्य में शेयर की वैल्यू बढ़ने की संभावना है।

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के IPO में ग्रे‑मार्केट प्रीमियम क्या दर्शाता है?

ग्रेस‑मार्केट प्रीमियम (GMP) बताता है कि एंकर निवेशकों ने प्राथमिक कीमत से कितनी अतिरिक्त राशि चुकाने को तैयार है। LG के केस में 4‑5 % का प्रीमियम उच्च डिमांड और बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स‑सेक्टर की सकारात्मक भावना को दर्शाता है।

क्या इन दो IPO के बाद भारतीय स्टॉक मार्केट में और भी बड़े इश्यू आने की संभावना है?

विश्लेषकों का मानना है कि टाटा कैपिटल और LG इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े‑साइज़ इश्यूज के सफल बुकिंग से निवेशकों में आत्मविश्वास वापस आया है। इसलिए अगले क्वार्टर में कम से कम दो‑तीन बड़े‑इश्यू, विशेषकर टेक‑और फाइनेंस‑सेक्टर में, लॉन्च होने की संभावना है।

निवेशकों को SEBI‑रजिस्टर्ड प्लेटफ़ॉर्म क्यों चुनना चाहिए?

SEBI‑रजिस्टर्ड प्लेटफ़ॉर्म जैसे स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट कंप्लायंस, डेटा‑सिक्योरिटी और रियल‑टाइम रिसर्च सपोर्ट प्रदान करते हैं। इससे अनऑफ़िशियल चॅनेल्स से जुड़ी जोखिम‑हदें घटती हैं और ट्रेडिंग अनुभव सहज बनता है।

WeWork के संभावित IPO का भारतीय बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

WeWork का IPO अगर सफल रहा, तो वह कोवर्किंग‑स्पेस और रियल एस्टेट‑सेक्टर में नई पूँजी प्रवाह को उत्प्रेरित करेगा। यह फॉरेन‑डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट को भी आकर्षित कर सकता है, जिससे भारतीय रियल एस्टेट मार्केट की वैल्यूएशन में और इजाफ़ा हो सकता है।

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